प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी के दौरान की जाने वाली आम ग़लतियां : प्रतियोगी परीक्षा में आमतौर पर उम्मीदवार कुछ सामान्य ग़लतियां करते हैं जिससे वे अपने सपने को पूरा करने की दिशा में आगे नहीं बढ़ पाते। जैसे-जैसे परीक्षा का समय निकट आता है वैसे-वैसे परीक्षा की तैयारी में व्यस्तता बढ़ जाती है। बढ़ती व्यस्तता के चलते कुछ बातें नज़अंदाज़ हो जाती हैं।
इस लेख के माध्यम से हम आपको उन आम ग़लतियों के बारे में बताएंगे जिससे आप उन ग़लतियों को नज़रअंदाज़ ना करें। हमारी आपको यही सलाह है कि कृपया इस लेख को ध्यानपूर्व पढ़ें।
प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी के दौरान की जाने वाली आम ग़लतियां
प्रतियोगी परीक्षाओं में उम्मीदवार कई प्रकार की अध्ययन सामग्री, कई कोचिंग संस्थानों और कई ऑनलाइन तैयारी गाइड से अपनी परीक्षा की तैयारी करते हैं। तैयारी करने के कई माध्यम आज चलन में हैं। लेकिन सबका उद्देश्य एक ही होता है- सफलता प्राप्त करना।
आइये आगे बढ़ते हैं और आपको विस्तार से बताते हैं उन आम ग़लतियों के बारे में जिन्हें उम्मीदवार समय रहते अगर सुधार लें तो, उक्त परीक्षा जिसकी वे तैयारी कर रहे हैं उसमें अवश्य ही सफलता की सीढ़ी चढ़ने में कामयाब होंगे।
परीक्षा पैटर्न और सिलेबस
परीक्षा के तैयारी कर रहे उम्मीदवार बिना परीक्षा पैटर्न सिलेबस को जानें अत्यधिक मात्रा में अध्ययन सामग्री ले आते हैं। जहां तक अध्ययन सामग्री की बात है तो परीक्षा संबंधी अध्ययन सामग्री आवश्यकता से अधिक उपलब्ध है, यानि भंडार है। ऐसे में उचित मात्रा में अध्ययन सामग्री का चयन करना अपने आप में एक जटिल कार्य है। इस जटिल कार्य के लिए हम आपको बताना चाहेंगे कि सबसे पहले परीक्षा पैटर्न को समझें और पिछले वर्ष के प्रश्न-पत्रों का अभ्यास करें। ऐसा करने से आप प्रश्नों की प्रकृति व सिलेबस को समझने में सक्षम हो जाएंगे। इसके अलावा आप विषयों से संबंधित एक लिस्ट बना सकते हैं और फिर उचित अध्ययन सामग्री का प्रबंध कर सकते हैं, इससे आप सिलेबस को लेकर भ्रमित भी नहीं होंगे।
एक से अधिक प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करना
अधिकतर उम्मीदवार एक से अधिक प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे होते हैं, क्योंकि उनका सोचना होता है कि एक परीक्षा में अगर सफलता ना भी मिले तो दूसरे विकल्प की ओर बढ़ा जा सकता है। हालांकि इसमें कोई बुराई नहीं है, लेकिन एक बात का विशेषतौर पर ध्यान रखना होगा कि हर प्रतियोगी परीक्षा का स्वरूप अलग-अलग होता है। कुछ प्रतियोगी परीक्षाएं विश्लेषणात्मक होती हैं तो तो कुछ ऑब्जेक्टिव टाइप की होती हैं। कुछ परीक्षाओं के बदलते परीक्षा पैटर्न भी उम्मीदवारों को भ्रमित कर देते हैं। ऐसे में उम्मीदवारों को परीक्षा संबंधी अपनी प्राथमिकता तय करनी चाहिए जिससे वे एकाग्रचित्त होकर उस परीक्षा में अपना 100% दे सकें।
तक़नीकी पहलू को समझें
कई प्रतियोगी परीक्षाएं अब नए कलेवर के साथ सामने रही हैं यानि ऑनलाइन माध्यम से परीक्षा संपन्न होने की प्रक्रिया अस्तिस्व में आ गई है। ऑफ़लाइन परीक्षाएं भी अभी वजूद में हैं लेकिन अब आपको ऑनलाइन माध्यम को स्वीकारना होगा और तय समय-सीमा के भीतर परीक्षा संपन्न करने की आदत बनानी होगी। इसकी सबसे बड़ी वजह ये है कि ऑनलाइन परीक्षा में कुछ सीमाएं होती हैं जिसमें आपको तय समय-सीमा के तहत विभिन्न श्रेणी और विभिन्न स्तर के प्रश्नों को हल करना होता है उसके बाद आप अन्य प्रश्नों का अवलोकन नहीं कर पाएंगे जैसा आप ऑफ़लाइन परीक्षा में कर सकते थे। अपनी गति बढ़ाने के लिए आप अधिक से अधिक ऑनलाइन मॉक टेस्ट का अभ्यास करें। इसलिए हम आपको सलाह देंगे कि ख़ुद को ऑनलाइन परीक्षाओं के लिए तैयार रखें।
शॉर्टकट्स ट्रिक्स का प्रयोग
क्वॉन्टिटेटिव एप्टीट्यूड सेक्शन के लिए शॉर्टकट्स ट्रिक्स का प्रयोग बहुत अधिक किया जाता है, जोकि समय बचाने का काम करते हैं। एक हद तक तो इन शॉर्टकट्स का इस्तेमाल सही है लेकिन कई बार छात्र ख़ुद ही शॉर्टकट्स का इजात करना शुरू कर देते हैं जिससे उनका समय व्यर्थ होता है। इस बात का ध्यान रखें कि हर प्रश्न को हल करने की विधि केवल शॉर्टकट् नहीं होती इसलिए प्रश्नों को अधिक से अधिक हल करने का प्रयास करें। इससे प्रश्नों को हल करने की आपकी स्पीड तो बढ़ेगी ही साथ में समय प्रबंधन में भी आपको सहायता मिलेगी।
सभी विषय आवश्यक हैं किसी विषय की अनदेखी ना करें
अधिकतर उम्मीदवार अपनी रूचि के विषय को अधिक समय देते हैं और जो विषय कठिन लगते हैं उसे कम समय देते हैं। ऐसा करना बहुत ग़लत है। प्रतियोगी परीक्षाओं में हर विषय ज़रूरी होता है। किसी भी विषय की अनदेखी ना करें, सभी विषयों को एकसमान समय दें। इस बात का ध्यान रखें कि हर विषय आपको अंक प्राप्ति में मदद करता है।
स्वयं के नोट्स बनाएं
जब आप किसी प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी करते हैं तो हमेशा ये बात ध्यान रखें कि एक नोट्स बनाने का रजिस्टर या डायरी अपने पास रखें। उसमें ख़ुद के तैयार किए गए नोट्स बनाएं। आप यक़ीन मानिए परीक्षा के 2-3 दिन पहले यही नोट्स आपके सबसे मददगार साबित होते हैं। नोट्स बनाते समय आपका ध्यान विषय पर केंद्रित रहता है और जब आप उसे लिख लेते हैं तो वो आपको अधिक समय तक याद रहता है। आपके द्वारा बनाए गए नोट्स रीविज़न में आपकी बहुत मदद करते हैं।
हमें उम्मीद है कि ‘प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी के दौरान की जाने वाली आम ग़लतियां’ पर आधारित इस लेख के माध्यम से आपकी दुविधाएं समाप्त हुई होंगी। हम आगे भी आपके लिए परीक्षा उपयोगी ऐसे ही लेख आपके समक्ष प्रस्तुत करेंगे, तब तक OnlineTyari के साथ जुड़े रहें।
प्रतियोगी परीक्षाओं से संबंधित अधिक जानकारी के लिए हमसे जुड़े रहें। सरकारी नौकरी की प्रतियोगी परीक्षा में उत्कृष्टता प्राप्त करने के लिए सर्वश्रेष्ठ प्रतियोगी परीक्षा तैयारी एप नि:शुल्क डाउनलोड करें।
अदभुत लेख
बहुत खूब
Very nice line
Nyc
Best line
Excellent sir ji Tulsi great ho
Very nice thank you
Nice suggestions
Bhut khub
Nice
Thank u very much vryyy nice