IB ACIO टियर 2 अंग्रेजी वर्णनात्मक प्रश्न पत्र 2017 : कैसे करें तैयारी- भारतीय गृह मंत्रालय ने इंटेलिजेंस ब्यूरो (IB) में सहायक केंद्रीय खुफिया अधिकारी IB ACIO ग्रेड-II के 1430 रिक्त पदों की भर्ती प्रक्रिया शुरू की थी। जिसके लिए प्रारंभिक परीक्षा (टियर 1) का आयोजन संपन्न किया जा चूका है और इसके परिणाम भी घोषित कर दिए गए हैं। टियर 1 में सफल घोषित हुए उम्मीदवार अब टियर 2 अंग्रेजी वर्णनात्मक प्रश्न पत्र परीक्षा में सम्मिलित होंगे, जो 25 फरवरी 2018 को आयोजित की जाएगी।
इस लेख में हम आपको MHA IB ACIO टियर 2 परीक्षा की जानकारी प्रदान करेंगे और इसके अतिरिक्त “IB ACIO टियर 2 अंग्रेजी वर्णनात्मक प्रश्न पत्र 2017 : कैसे करें तैयारी” के टिप्स भी उम्मीदवारों से साझा करेंगे।
IB ACIO टियर 2 अंग्रेजी वर्णनात्मक प्रश्न पत्र 2017 : कैसे करें तैयारी
IB ACIO टियर 2 अंग्रेजी वर्णनात्मक प्रश्न पत्र इसलिए आयोजित किया जाता है ताकि उम्मीदवार के लेखन कौशल को परखा जा सके क्योंकि सरकारी नौकरियों के लिए ये आवश्यक होता है। यह परीक्षा भी ऑफ़लाइन आयोजित होगी, जहां उम्मीदवारों को 30 अंकों हेतु एक निबंध और 20 अंकों हेतु एक अंग्रेज़ी समझ और सार लेखन करना होगा।
कुल अंक | समयावधि | ||
टियर II | |||
निबंध लेखन : प्रश्न पत्र में वर्णित किसी एक विषय पर निबंध | 30 | 60 मिनट | |
अंग्रेज़ी समझ और सार लेखन | 20 | ||
50 | – |
कुछ महत्वपूर्ण बिंदु:
- केवल उन उम्मीदवारों को टियर -2 परीक्षा के लिए बुलाया जाएगा जिन्होंने टियर-I में सफलता प्राप्त कर ली है
- टियर-2 परीक्षा के लिए, 33% के न्यूनतम कट ऑफ मार्क होंगे।
आइए अब हम निबंध लेखन, कॉम्प्रिहेंशन और सार संक्षेपण को कैसे हल करें के विषय में महत्त्वपूर्ण तथ्यों से परिचित हो लेते हैं जो आपको प्रश्न पत्र हल करने में मदद करेंगे-
निबंध लेखन के टिप्स
निबंध लेखन करने से पूर्व मस्तिष्क में निबंध की संरचना को क्रमवार व्यवस्थित कर सिर्फ लेखन पर ध्यान केन्द्रीत करें। लेखन को विषय के मुख्य विचार के इर्द-गिर्द रख, विश्लेषणात्मक दृष्टिकोण के साथ अपने निबंध को मूल्यवान बनायें। निबंध की रूपरेखा ऐसी होनी चाहिए जिसमें शुरुआत प्रभावशाली हो, जहां इसका मध्यभाग सुव्यवस्थित और प्रासंगिक हो और समापन निर्णायक। ध्यान रहे विषय परिचय और निष्कर्ष में संबंध स्पष्ट रहे और आपने जो कुछ भी बीच में डाला है वह अंतिम भाग तक लयबद्ध लगे। लेखन में सावधानी बरतें कि कुछ छूट तो नहीं रहा और आप सभी मुख्य बिंदुओं को कवर करने में सक्षम हैं तथा विचारों को स्पष्ट एवं प्रभावी रूप से व्यक्त कर रहे हैं। साथ ही यह भी सुनिश्चित करें कि प्रस्तुति गुथी और अनुक्रमण सहज है। एक सटीक और सुनियोजित निबंध परीक्षक का ध्यान आकर्षित करेगा और आपको अच्छे अंक प्राप्त करने में मदद करेगा। उदाहरण के लिए, यहाँ एक निबंध प्रारूप रूपरेखा दी गयी है, इस पर एक नज़र डालें।
- परिचय
- पृष्ठभूमि/ इतिहास संबंधित
- मुख्य अवधारणा/ सिद्धांत /किस विषय के बारे में है
- इससे संबंधित वर्तमान परिदृश्य
- अच्छे पक्ष
- नकारात्मक पक्ष/ बाधाएं
- सुझाए गए सुधार
- निष्कर्ष
घुमा-फिरा कर न लिखें
परीक्षक आपके निबंध को उपयोगी जानकारी, तर्क-वितर्क और प्रत्यक्ष निष्कर्ष के लिए जांचते हैं। घुमा-फिरा कर लिखने से परीक्षक निराश हो सकते हैं और शायद फिर वह आपके शेष निबंध को ध्यानपूर्वक न पढ़ें। इसीलिए एक नियम बनायें कि आपकी लिखी प्रत्येक पंक्ति का कुछ अर्थ हो तथा आप पूरे प्रश्नपत्र में बेतरतीब विचार नहीं लिख रहे हैं।
एक तार्किक सही संरचना बनाये रखें
निबंध लेखन के सबसे महत्वपूर्ण टिप्स में से एक यह है कि आप जो कुछ भी लिखें, एक संरचित रूप में लिखें। किसी भी टॉपिक को कहीं पर भी लिख देना, निबंध की सुंदरता को खराब कर देता है। आपके निबंध में शुरुआत से अंत तक एक तार्किक निरंतरता होनी चाहिए। एक अच्छा तरीका यह है कि निबंध को एक अच्छी तरह से संरचित पैराग्राफ में व्यवस्थित करें जिससे कि निबंध समझने में आसान हो जाए और तार्किक संरचना के अनुरूप रहे।
पहले कुछ मिनट में मंथन करें
पहले कुछ मिनट में दिए गए टॉपिक के बारे में सोचें। आपके मस्तिष्क में आने वाले सभी विचारों और दृष्टिकोणों को नोट कर लें। आप जितने भी संबंधित तथ्यों, दिनांक और आंकड़ों के बारे में सोच सकें, उन्हें याद कर लें। प्रसिद्ध उद्धरण, वर्तमान घटनाएं, लोग, ऐतिहासिक महत्व ऐसी चीजें हैं जिन्हें आपको अपनी शीट के अंत में संक्षेप में लिख लेना चाहिए क्योंकि यह बाद में निबंध लिखने में आपकी सहायता करेंगी।
दोहराव से बचें
एक साधारण नियम यह है कि आपने प्रश्नपत्र में जो कुछ भी लिखा है, उसे दोबारा न लिखें। प्रत्येक पैराग्राफ में लिखे किसी भी बिंदु को, जब तक अत्यधिक आवश्यकता न हो, दोबारा न लिखें।
टॉपिक से न भटकें
आपके टॉपिक से भटक जाने से निरीक्षक की निबंध से दिलचस्पी समाप्त हो जाती है। साथ ही, इसे निबंध लिखने के गलत तरीके के रूप में माना जा सकता है तथा इससे आपको ख़राब अंक मिल सकते हैं।
अपने लिखने के लहजे का ध्यान रखें
एक निष्पक्ष दृष्टिकोण और एक छोटी सी मानवीय चिंता आपके निबंध के लहजे को सराहनीय और विचारशील बना देती है। अपशब्द, तर्कहीन चिंतन और लच्छेदार भाषा वाक्य का अर्थ बदल सकती है क्योंकि ये सभी भ्रम पैदा करती हैं।
कॉम्प्रिहेंशन सम्बंधित प्रश्नों को हल करने के टिप्स
कॉम्प्रिहेंशन में एक या दो पैराग्राफ के अंग्रेजी के वाक्यों में से उन्हें दिए गये प्रश्नों का उत्तर ढूंढ़ना होता है। ये प्रश्न आसान न होकर घुमावदार होते हैं। इन्हें हल करने का आसान तरीका है कि पहले प्रश्नों को पढ़ लिया जाए। इसका फायदा यह होगा कि जब भी आप पैसेज पढ़ेंगे तो संबंधित प्रश्नों का उत्तर पहले ही पता चल जाएगा। लेकिन पैसेज पढ़ते समय, उन्हें पूरी तरह से उस सब्जेक्ट पर फोकस रहना होगा।
हम पाठ्य समझ (RC) अनुभाग के लिये कुछ सुझाव साझा करते हैं। बहुत से लोगों को यहां समस्याएं आती हैं इसलिए पाठ्य समझ को चुनने के लिये निम्नलिखित सुझावों को पढ़ें।
- वाक्यांश में जो दिया है उसे दृढ़ता से ग्रहण करें और कुछ ग्रहण नहीं करें। यहां तक कि यह दिन प्रतिदिन की स्थितियों में भी सत्य नहीं तो स्वयं कोई भी कल्पना नहीं करें।
- किसी भी प्रतिस्पर्धी परीक्षा में अच्छी तरह से अंक प्राप्त करने के लिये गति और सटीकता को संतुलित करना आवश्यक है। सबसे अच्छा तरीका जिसे आप माप भी सकते हैं वस्तुनिष्ठ माॅक टेस्ट का अभ्यास है। माॅक टेस्ट न केवल वास्तविक परीक्षा समय में आपको अनुकूलता देते हैं साथ ही आपकी ताकत और कमजोरियों के क्षेत्रों के विश्लेषण में भी आपकी सहायता करते हैं।
- पाठ्य समझ (RC) वाक्यांश विभिन्न प्रकार के विषयों जैसे दर्शन, मनोविज्ञान, अर्थशास्त्र, राजनीति या यहां तक कि विज्ञान के हो सकते हैं। हम नहीं जानते कि हमारी राह में क्या आ सकता है। इसलिए, यह महत्वूर्ण है कि हम विविध स्त्रोतों से पढ़कर समस्त ऐसी विधाओं के साथ सुविधा का एक स्तर स्थापित करें। समाचार-पत्र, विशेष रूप से संपादकीय और सप्ताहांत विशेष को प्रारम्भ करने के लिए अच्छा है।
- पाठ्य समझ (RC) प्रश्नों को सुलझाने के दौरान सभी उम्मीदवारों के समक्ष एक बड़ी समस्या यह है कि वे 2 विकल्पों के बीच भ्रमित हो जाते हैं। ऐसा इसलिए होता है क्योंकि हम वही समझते हैं जो कथन कहता है, जबकि पाठ्य समझ (RC) प्रश्न लेखक/ग्रंथकार के परिप्रेक्ष्य के बारे में भी हमारी समझ की मांग करते हैं। (इसे वास्तविक अर्थ ज्ञात करने के रूप में जाना जाता है।)
- तत्पश्चात गद्यांश को ध्यानपूर्वक दो से तीन बार पढ़ें।
- प्रश्नों से सम्बन्धित अंश को पेन्सिल से चिन्हांकित करें।
- सबसे पहले आपको चाहिए कि आप गद्यांश को सावधानीपूर्वक पढ़ें। यदि कुछ शब्द या वाक्य समझ न आए, तो भी घबराने की आवश्यकता नहीं।
- शीर्षक पहचानने के लिए गद्यांश में इस प्रश्न का उत्तर ढूढें कि ‘गद्यांश का मूल विषय क्या है ?
सार संक्षेपण लेखन के टिप्स
किसी विषय पर बहुत कम शब्दों में लिखने को सार लेखन कहते हैं। अर्थात किसी विषय पर कम-से-कम शब्दों में अपनी बात व्यक्त करना सार लेखन कहलाता है। आज के समय में लोगों के पास इतना समय नहीं है कि वह किसी विषय पर विस्तारपूर्वक पढ़ें। अतः सार के माध्यम से संक्षिप्त रूप में अपनी बात व्यक्त करना ही सरल माना जाता है। इसके अंदर अनुच्छेद तथा लेख के अंदर आने वाली अनावश्यक बातों, उदाहरणों आदि को हटा दिया जाता है।
1. मूल संदर्भ या अवतरण के शब्दों की गिनती करके लिख लेना चाहिए।
2. मूल संदर्भ या अवतरण को 2-3 बार ध्यान से पढ़कर उसके मुख्य बातों को चुनकर अलग लिख लेना चाहिए।
3. मुख्य बातों से संबंधित सहायक बातों को भी अलग करना चाहिए।
4. मुख्य और सहायक बातों के आधार पर सबसे पहले सार या संक्षेपण का शीर्षक लिखना चाहिए ।
5. मुख्य बातों पर आधारित 3 या 4 अति लघूत्तरीय प्रश्न बनाकर उन्हें अपने हिसाब से क्रम बनाकर लिखना चाहिए।
6. अब उन प्रश्नों के उत्तर क्रमश: लिखकर उन्हें आपस में जोड़ देना चाहिए। यही आपका सार लेखन या संक्षेपण कहलाएगा।
7. जुड़े अंश के शब्दों की गिनती करनी चाहिए। इनकी संख्या मूल सन्दर्भ या अवतरण का एक तिहाई अर्थात् होना चाहिए। संक्षेपित अंश के नीचे शब्दों की संख्या भी लिख देना चाहिए।
8. ध्यान रहे यह कोई गणित नहीं है। इसमें एक-दो शब्द कम या ज्यादा हो सकते हैं। परन्तु अधिक अन्तर होने पर अपने द्वारा लिखे एक या दो प्रश्नों के उत्तर को पुन: कम या ज्यादा शब्दों में लिखना चाहिए।
कहने की ज़रूरत नहीं, हम आपको आगे भी गतिविधियों से अवगत कराते रहेंगे। तब तक, OnlineTyari के साथ जुड़े रहें। IB परीक्षा में उत्कृष्टता प्राप्त करने के लिए सर्वश्रेष्ठ IB ACIO परीक्षा तैयारी एप नि:शुल्क डाउनलोड करें।