Published on: April 23, 2018 8:00 AM
Bookmark
आईएसीएस टीम ने डीएनए-आधारित गणना के लिए लॉजिक डिवाइस डिज़ाइन किये:
इंडियन एसोसिएशन फॉर द कल्टीवेशन ऑफ साइंस (आईएसीएस), कोलकाता के वैज्ञानिकों ने डीएनए-आधारित लॉजिक डिवाइस को डिजाइन करने में सफल रहे हैं, जो डीएनए-आधारित गणना में सहायता करेंगे।
वैज्ञानिकों ने एक छोटे अणु का उपयोग करके रियूजेबल YES और INHIBIT तर्क प्रणाली (लॉजिक सिस्टम) तैयार की है। यह एक फ्लोरोसेंट प्रोब के रूप में कार्य करता है और ह्यूमन टेलोमीटर्स में पायी जाने वाले 4-स्ट्रेन्डेड डीएनए संरचना (जी-क्वाड्रप्लेक्स) और न्यूक्लिक एसिड क्लीविंग एंजाइम (न्यूक्लियस) को आपस में जोड़ता है।
फ्लोरोसेंस:
फ्लोरोसेंट प्रोब, कार्बाज़ोल लिगैंड, चुनिंदा मानव जीनोम में मौजूद अन्य डीएनए संरचनाओं पर जी-क्वाड्रप्लेक्स को जोड़ता है।
एक बार जब यह डीएनए (जी-क्वाड्रप्लेक्स) से बंध जाता है, छोटे अणु डीएनए को कमजोर करने वाले कुछ एंजाइमों (न्यूक्लियस एस 1 और एक्सोन्यूक्लियस) को रोकता है।
हालांकि, कुछ अन्य एंजाइम (डीएनएएसई I और टी 7 एंडोन्यूक्लीज़ I) छोटे अणु से बंधे होने के बाबजूद भी डीएनए को कमजोर कर सकते हैं।
भविष्य में उपयोग:
डीएनए-आधारित नैनोवाइडिस डायग्नोस्टिक सेंसर और अन्य जैव-आणविक मशीनों के लिए उपयोगी हो सकता है।
डीएनए लॉजिक गेट्स न केवल जटिल, अनुक्रमिक डीएनए कंप्यूटेशंस बनाने की क्षमता प्रदान करेगा बल्कि सिलिकॉन और डीएनए-आधारित कंप्यूटरों के बीच इंटरफेस भी बनाएगा।
राष्ट्रीय इनकी अध्यक्षता में मंत्रिमंडल की आर्थिक मामलों की समिति ने पुनर ...
3 साल पहलेराष्ट्रीय इनकी अध्यक्षता में मंत्रिमंडल की आर्थिक मामलों की समिति ने पुनर ...
3 साल पहलेपवन वर्मा द्वारा लिखित पुस्तक "आदि शंकराचार्य: हिन्दुइज्मस ग्रेटेस्ट थिंकर ...
3 साल पहलेवित्तीय समावेशन में वृद्धि लेकिन फासला अभी भी: ग्लोबल फिंडेक्स डाटाबेस मोब ...
3 साल पहलेविपक्ष मुख्य न्यायाधीश के खिलाफ महाभियोग प्रस्ताव लाया: कांग्रेस की अगुवाई ...
3 साल पहलेराष्ट्रीय केंद्र सरकार इस बीमारी की रोकथाम और नियंत्रण के लिए पहल शुरू करेग ...
3 साल पहले