Published on: July 15, 2019 12:49 PM
Bookmark
बांग्लादेश के पूर्व सैन्य तानाशाह हुसैन मोहम्मद इरशाद का निधन हो गया। वह 89 वर्ष के थे।
इरशाद का जन्म 1930 में कूचबिहार के उपमंडल दिनहाटा में हुआ था जो अब भारत के पश्चिम बंगाल में है। उनके पिता मकबूल हुसैन और मां माजिदा खातून भारत-पाकिस्तान के बंटवारे के एक साल बाद 1948 में बांग्लादेश (तब पूर्वी पाकिस्तान) आए गए थे। वह 1952 में पाकिस्तानी फौज में शामिल हुए थे, तब बांग्लादेश पूर्वी पाकिस्तान हुआ करता था।
पूर्व सेना प्रमुख इरशाद साल 1982 में तख्तापलट के बाद राष्ट्रपति बने थे और आठ साल तक इस पद पर रहे। 1990 में लोकतंत्र समर्थक आंदोलन के बाद उन्हें पद छोड़ने को मजबूर होना पड़ा था। इसके बाद, कई इल्जामों में इरशाद को जेल भेजा गया लेकिन वह 1990 के दशक में एक ताकतवर सियासी शख्सियत के रूप में उभरे तथा उनकी जातीय पार्टी तीसरा सबसे बड़ा दल बन गई ।
वह कई बार संसद के लिए निर्वाचित हुए। एक बार तो वह जेल से संसद के लिए निर्वाचित हुए थे। उनके शासनकाल में ही इस्लाम को आधिकारिक रूप से धर्मनिरपेक्षक बांग्लादेश का राजकीय मजहब बनाया गया था।
ताइवान की लतिशा चान और क्रोएशिया के इवान डोडिग की मिश्रित युगल जोड़ी ने विम् ...
3 साल पहलेलॉर्ड्स के ऐतिहासिक मैदान पर सुपरओवर में 16 रन बचाते हुए इंग्लैंड ने पहली बार ...
3 साल पहले2025 में, भारत दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने के लिए जापान से आगे न ...
3 साल पहलेकेएसयूएम 1 अगस्त को कोच्चि में महिला स्टार्टअप समिट 2019 की मेजबानी करेगा महिल ...
3 साल पहलेसाहित्य अकादमी ने युवापीठ के विजेताओं की घोषणा की, बाल साहित्य पुरस्कार मैथ ...
3 साल पहलेभारत की महिला फुटबॉल टीम फीफा रैंकिंग में 57 पर पहुंच गई जुलाई 2019 में जारी फीफा ...
3 साल पहले