Published on: June 20, 2019 2:06 PM
Bookmark
बेसल III आवश्यकताओं को पूरा करने में आरबीआई की कमी: रिपोर्ट
बेसल समिति द्वारा बैंकिंग पर्यवेक्षण (बीसीबीएस) की एक रिपोर्ट के अनुसार, भारतीय रिज़र्व बैंक बेसल III मानदंडों द्वारा निर्धारित आवश्यकताओं को पूरा करने में सफल नहीं हो पाया।
समिति बताती है कि भारत का केंद्रीय बैंक को कुल हानि-अवशोषण क्षमता (total loss-absorbing capacity) आवश्यकताओं पर प्रतिभूतिकरण रूपरेखा और नियमों को प्रकाशित करना बाकी है।
बता दें, वैश्विक स्तर पर, 1 जनवरी 2018 को बैंकिंग पुस्तक में आयोजित प्रतिभूतिकरण एक्सपोज़र के मानदंड प्रभावी हो गए थे।
जानें बेसल के बारे में
बैंकिंग व वित्तीय संस्थाओं को अंतर्राष्ट्रीय स्तर का स्वरूप देने के लिए जो मानक निर्धारित किए गए उन्हें ‘बेसल मानक’ कहा जाता है। इन मानकों को अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर मान्यता प्रदान की गई है।
इन्हें पूरा करने से बैंकों को वित्तीय जोखिमों से बेहतर ढंग से निपटने और वित्तीय स्थिति को सृदृढ़ करने में मदद मिलती है। इन मानकों को ‘बैंकिंग पर्यवेक्षण पर बेसल समिति’(BCBS : Basel Committe on Banking Supervision) जारी करती है।
चूंकि इस समिति का सचिवालय स्विट्जरलैंड के बेसल शहर में स्थित ‘बैंक फॉर इंटरनेशनल सेटेलमेंट्स’ (BIS : Bank for International Settlements) में विद्यमान है, इसलिए इन्हें बेसल मानक की संज्ञा दी गई है।
दुनिया के सबसे कमजोर लोगों में भारत का पुलिस बल पश्चिम बंगाल में एक युवा डॉक ...
6 महीने पहलेअमेरिका ने भारत के सबसे बड़े व्यापारिक साझेदार के रूप में चीन को पछाड़ा आधिक ...
6 महीने पहलेआरबीआई करेगा डेटा लोकलाइजेशन नियम की जांचभारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) आंकड़ ...
6 महीने पहलेदिन विशेष विश्व सिकल सेल दिवस - 19 जून. अर्थव्यवस्था भारतीय रिजर्व बैंक 20 ...
6 महीने पहलेदिन विशेष विश्व सिकल सेल दिवस - 19 जून. पर्यावरण अगले 42 महीनों में इन पांच राज् ...
6 महीने पहलेउत्तर पूर्व में विद्रोही समूहों को लक्षित करने के लिए ऑपरेशन सनराइज भारत और ...
6 महीने पहले