Published on: April 15, 2019 7:00 PM
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भारत में अनुमानित तौर पर छह लाख डॉक्टरों और 20 लाख नर्सों की कमी है। वैज्ञानिकों ने पाया है कि भारत में एंटीबायोटिक दवाइयां देने के लिए उचित तरीके से प्रशिक्षित स्टाफ की कमी है, जिससे जीवन बचाने वाली दवाइयां मरीजों को नहीं मिल पाती हैं।
अमेरिका के ‘सेंटर फॉर डिज़ीज़ डाइनामिक्स, इकॉनॉमिक्स एंड पॉलिसी’ (सीडीडीईपी) की रिपोर्ट के मुताबिक, एंटीबायोटिक उपलब्ध होने पर भी भारत में लोगों को बीमारी पर 65 फीसदी खर्च खुद उठाना पड़ता है। यह हर साल 5.7 करोड़ लोगों को गरीबी के गर्त में धकेलता है।
मर्सेडीज के ड्राइवर लुइस हैमिल्टन ने चीन ग्रांप्री में 14 अप्रैल को फॉर्मूला वन रेस में जीत दर्ज की। यह एफ-1 विश्व चैम्पियनशिप इतिहास की 1000वीं रेस थी।
विश्व चैंपियनशिप में हैमिल्टन ने लगातार दूसरी बार चीन ग्रांप्री में जीत दर्ज की है।
ग्रिड में दूसरे स्थान से शुरुआत करते हुए हैमिल्टन ने अपने ही टीम के वालटेरी बोट्टास को 6.5 सेकंड के अंतर से पछाड़ते हुए रेस अपने नाम की।
चर्चा में: 2019 यूनेस्को / गिलर्मो कैनो प्रेस फ्रीडम पुरस्कार के लिए रायटर्स के पत्रकार 'वा लोन और 'क्याव सो ओ' को सम्मान के लिए चुना गया।
बता दें, दोनो पत्रकार वर्तमान में म्यांमार में सात साल की जेल की सजा काट रहे हैं और उन्हें यह पुरस्कार उनके साहस और अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के प्रति प्रतिबद्धता के लिए दिया गया।
चर्चा में क्यों: हाल ही में केंद्रीय समुद्री मात्स्यिकी अनुसंधान संस्थान (Central Marine Fisheries Research Institute- CMFRI) और भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (Indian Space Research Organization- ISRO) ने तटीय आर्द्रभूमि को संरक्षित करने के लिये एक समझौते पर हस्ताक्षर किया है।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को रूस द्वारा ‘द ऑर्डर ऑफ सेंट एंड्रू द एपोस्टल' (Order of St Andrew the Apostle) पुरस्कार के लिए नामित किया गया।
भारत और रूस के द्विपक्षीय संबंधों को प्रोत्साहित करने में उत्कृष्ट योगदान के लिये मोदी को इस सम्मान के लिये चुना गया है।
मोदी को रूस के इस सम्मान के लिये ऐसे समय में नामित किया गया है जब कुछ ही समय पहले उन्हें यूएई से ‘द ऑर्डर ऑफ जायेद' देने की घोषणा की गई थी।
सूडान की सेना ने देश के सबसे लंबे समय के राष्ट्रपति उमर अल-बशीर को हटा दिया और उन्हें हिरासत में ले लिया।
1989 से ही सूडान पर राज कर रहे बशीर के ख़िलाफ़ कुछ महीनों से लगातार प्रदर्शन हो रहे थे। यह वहां उन सैकड़ों हजारों सूडानी प्रदर्शनकारियों के लिए एक बड़ी जीत मानी जा रही है, जिन्होंने महीनों तक सड़कों पर संघर्ष किया और उन बहादुर महिलाओं के लिए जो विरोध आंदोलन में एक प्रेरक शक्ति बनी रही।
अर्थव्यवस्था मार्च 2019 में भारत की वार्षिक थोक मूल्य मुद्रास्फीति - 3.18%. पर् ...
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