Published on: September 22, 2019 4:45 PM
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इसरो पहले से ही अपने अगले महत्वाकांक्षी लॉन्च की योजना बना रहा है और इस बार, यह सूर्य के लिए लक्ष्य बना रहा है।
आदित्य-एल 1 सूर्य का अध्ययन करने वाला पहला भारतीय मिशन है जो 2020 में लॉन्च होगा। फिलहाल, इसरो के चंद्रमा पर जाने वाले मिशन का भविष्य अनिश्चित भविष्य का सामना कर रहा है।
इसरो आदित्य-एल 1 मिशन को पहले आदित्य -1 नाम दिया गया था।
उपग्रह को अब सूर्य-पृथ्वी प्रणाली के लैग्रैजियन बिंदु 1 (L1) के चारों ओर एक प्रभामंडल की कक्षा में रखा जाएगा, जिसमें सूर्य को बिना किसी मनोगत या ग्रहण के लगातार देखने के फायदे हैं, जिसके परिणामस्वरूप नाम में परिवर्तन होता है।
आदित्य-एल 1 को एल 1 के चारों ओर एक हेलो ऑर्बिट में रखा जाएगा, जो पृथ्वी से 1.5 मिलियन किमी दूर है। इसरो राज्यों में उपग्रह में अतिरिक्त छह पेलोड है, जो विज्ञान के दायरे और उद्देश्यों को बढ़ाता है।
आदित्य एल -1 का उद्देश्य:-
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