Published on: October 22, 2020 7:25 PM
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बक्सर की लड़ाई 22 अक्टूबर, 1764 को ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी और मीर कासिम, बंगाल के नवाब, अवध के नवाब और मुग़ल सम्राट शाह आलम द्वितीय की संयुक्त सेनाओं के बीच लड़ी गयी थी। इस लड़ाई में अंग्रेजों का नेतृत्व हेक्टर मुनरो ने किया था।
अंग्रेजों और भारतीय सेनाओं के बीच लड़ी गई ऐतिहासिक लड़ाई के परिणामस्वरूप अंग्रेजों को जीत मिली। मीर कासिम (बंगाल), शुजा-उद-दौला (अवध), और मुगल सम्राट शाह आलम द्वितीय की तीन संयुक्त सेनाओं ने मेजर मुनरो के हाथों एक करारी हार के साथ मुलाकात की।
युद्ध के बाद, मीर कासिम उत्तर-पश्चिम भाग गया और उसकी मृत्यु हो गई। शाह आलम द्वितीय ने शुजा-उद-दौला को छोड़ दिया और ब्रिटिश शिविर में आश्रय मांगा। शुजा-उद-दौला ने 1765 तक अंग्रेजों को हराने की कोशिश की लेकिन सफल नहीं रहे। बाद में वह रोहिलखंड भाग गया। ऐतिहासिक रिपोर्टों और अध्ययनों के अनुसार, मुगलों की हार का मुख्य कारण विभिन्न मुगल सेनाओं में समन्वय की कमी थी।
युद्ध के परिणाम:-
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